कुषाण सेनापति शूरवीर शालिवाहन - भाटी वंश के आदिपूर्वज
शूरवीर शालीवाहन | वीर गुर्जर | कुषाण गुर्जर साम्राज्य | कुषाण सेनापति | भारत का इतिहास | भाटी वंश
'शूरवीर शालिवाहन' गुर्जर कसाणा सम्राट कनिष्क महान के महान सेनापति थे, जिन्होने गुर्जर कसाणा साम्राज्य के लिये,सम्राट कनिष्क के साथ मिलकर शक्तिशाली शको (क्षत्रप व महाक्षत्रप) को हराकर कसाणा गुर्जर साम्राज्य के अधीन किया था.शको को पराजित करने पर सम्राट कनिष्क महान ने अपना राज्याभिषेक किया व शक संवत आरम्भ किया,शालिवाहन के पराक्रम के कारण इसे शालिवाहन शक संवत भी कहा जाता है। अफगानिस्तान व स्वात घाटी में शूरवीर शालिवाहन के वंशज आज भी पाये जाते है. आगे चलकर शूरवीर शालिवाहन के वंशज रिसाल गुर्जर ने पंजाब में रिसालकोट बसाया व कसाणो के अधीन राज किया,बहुत बाद में गुर्जरो के हूण राजवंश के सम्राट व तंवर(तोमर,तुअर) गोत्र के प्रवर्तक गुर्जर सम्राट तोमराण हूण ने स्यालकोट (रिसालकोट) को राजधानी बनाकर भारतीय उपमहादीप के बडे हिस्से पर शासन किया। आगे चलकर इसी वंश में भाटीराव के नाम पर इन्हें भाटी कहा जाने लगा।
कुषाण सेनापति शूरवीर शालिवाहन - भाटी वंश के आदिपूर्वज
पिता का नाम क्या है
जवाब देंहटाएंplease explain salivahana is from potter caste tell about
जवाब देंहटाएंBhai vo Parmar rajput the Samrat vikramaditya Parmar ke grandson the vo par unke pita ko dokha diya gaya jis vajah se unka pallan poshan Potter caste mai hua the
हटाएंSamrat shalivahan parmar rajput the
जवाब देंहटाएंChutiye vo Parmar rajput the aur samrat vikramaditya Parmar ke grandson the 🤣.
जवाब देंहटाएंBhais chor har kisi ko apna baap bna lete ho 🤣
Unka palan poshan Potter caste mai hua tha