रविवार, 31 जुलाई 2016

नववर्षोत्सव / Navvarsoutsav - Huna Gurjars

 नववर्षोत्सव 

Hoon / Huna Gurjars

महान धनुर्धर हूणो का प्राचीन इतिहास
(  ईसापूर्व )

यह हूणो का सबसे बडा राष्ट्रीय मैला था,  जिसमे शान - यू ( हूण राजा ) बडी शान  - शोकत से मनाता था । पितरो  , तिडःरी ( दैव ) , पृथिवी ओर भूत- प्रेतो के लिये बलि इसी समय दी जाति थी  ।
शरद मे दूसरा महोत्सव मनाया जाता था  , जिसमे ओर्दू की जनगणना ,  सम्पत्ति ओर पशुओं पर कर लगाने का काम किया जाता था ।

हूण - जनो मे अपराध कम था ओर उसके दण्ड देने मे देरी नही की जाती थी ।
 वह दोनो महोत्सवो के समय किया जाता था । महोत्सव मे घुड - दोड  , ऊटो की दोड व ऊटो की लडाई तथा दूसरे कितने ही सैनिक ओर नागरिक मनोरंजन के खैल होते थे ।

हूणो के अपराध दण्ड मे मृत्यु -  दण्ड तथा घुटना तोड देना भी शामिल था  । सम्पति के विरूद्ध अपराध का  दण्ड था सारे परिवार का दास बना दिया जाना ।

नववर्षोत्सव ओर शरदोत्सव दोनो सामाजिक , राजनीतिक ओर धार्मिक महा - सम्मेलन थे  ।

" इनके अतिरिक्त भी शान - यू  ( हूण राजा) को कुछ धार्मिक कृत्य रोज करने पडते थे । दिन मे  राजा सूर्य को नमस्कार करता ओर सन्ध्या को चन्द्रमा की पूजा ओर नमस्कार  । "

चीनीयो की भांति हूण जन भी पूर्व ओर वाम दिशा को श्रेष्ठ मानते थे । हूण राजा सभा मे उतर की ओर मुंह करके बैठता  था ।
 जबकि चीन सम्राट का बेठना दक्षिणाभिमुख होहोता  था ।

 चांन्द्रमास की तिथियो को प्रधानता दी जाती थी ।
सेना अभियान के लिये शुक्ल पक्ष तथा वहा से लोटने कै लिए कृष्ण पक्ष प्रशस्त माना जाता था ।

लूट मे सम्पत्ति ओर बंदी हुये दासो का स्वामी वही होता था  , जिसने दुश्मन से उन्हे छीना था ।

दुश्मन का सिर काट लेना  ,
बहुत बडी वीरता मानी जाती थी ।

सन्दर्भ :--
1 . A Thousand Years of  Tatars : E.  H . Parker, Shanghai - 1895
2. हुन्नू इ गुन्नी : क. इनस्त्रान्त्सेफ,  लेनिनग्राद - 1926 
3. Histoire des Huns : Desqugue - Paris : 1756
4. Excavation in Northan Mangolia - C.  Trever - Leiningrad

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